मंगलवार, 25 मई 2010

इहाँ तो पंद्रही होथे सियान

भाई ललित न फ़ोन है न कोई  ब्लॉग में प्रविष्टी 
कहाँ हो गए हैं अंतरध्यान
बोले थे अठ्वाही के बाद मिलेंगे
इहाँ तो पंद्रही होथे सियान 
(पंद्रह दिन हो रहे हैं)
आईसक्रीम ख़तम नई होवत हे का जी? 
जय जोहार........

11 टिप्‍पणियां:

  1. ऐ लो इधर तो ललित जी के साथ खुशदीप जी भी मीठा खाते पकड़ में आ गये। :)

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  2. आ रहे हैं भई ऊ...आईसक्रीम तो ठीक से खाने दो..

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  3. dilli ke mela

    chhutis jhamela

    indha have relam pela

    chalt he gadi barobar thela

    raat ke perat he bijli,

    au din ke pere bijli

    bajat he pairy,

    chhun chhun, run jhun run jhun

    jammo ka munh far ke dekhat he dehati

    johar le

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  4. गुप्ता जी ललित भाई को दो चार दिन तो दिल्ली के ब्लोगरों से मिलने के लिए शांति से छोड़ दीजिये / ललित भाई से मिलकर बहुत अच्छा लगा ,गुप्ता जी आप भी आते तो और भी अच्छा लगता /

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  5. jhaa sahab ko hamara namaskaar. avashya mulakaat ke avsar praapt honge udan tashtari me baithkar avashya aayenge phir aadarniya sameer bhai sahab se milenge.

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  6. आपका और समीर जी का हार्दिक स्वागत है गुप्ता साहब ,जरूर आइये ये ना चीज आपको हर संभव आदर और सम्मान देने का प्रयास करेगा /

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  7. ha ha ha......,icecream khaane dijiye... aaraam se aayenge.

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  8. मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। अपना दोस्त एक सामाजिक सम्मलेन से भाग लेकर कल लौट रहा है। एयरपोर्ट चलना है।

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  9. देखिए...कैसे बेशर्मी से मज़े करते हुए अकेले-अकेले आईसक्रीम चाटे जा रहे हैं?...चटोरे कहीं के... सेहत का तो इन्हें तनिक भी ख्याल नहीं है...पहिले खुद को देखें...फिर इस बित्ते भर की आईसक्रीम को देखें :-) कोई मुकाबला है भला इनके और उसके बीच?

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