शनिवार, 26 जून 2010

हे दीन दुखियों के पालन हार प्रसन्न होइए!

"ॐ हं हनुमते नमः "
आज शनिवार है. शनि देव की प्रसन्नता के लिए हनुमत उपासना का उल्लेख है ज्योतिष शास्त्र में.  शनि देव कि प्रसन्नता के लिए उन्हें तेल स्नान कराने का प्रावधान है. आज चन्द्रमा को ग्रहण लगा है ऐसा कल समाचार चेनल में दिखाया जा रहा था, भले ही  अपने प्रांत में न दिखाई दे रहा हो. सोने में सुहागा वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए यह बताया जा रहा था कि यह ग्रहण शनि की साढ़े साती में लगा हुआ है. अतएव मंहगाई तो बढ़ेगी ही. शनि देव से यही प्रार्थना रहेगी, "प्रभू यदि आपको सचमुच तेल स्नान पसंद है तो यह क्या किया आपने ? भक्त कैसे आपको प्रसन्न कर पायेंगे? खासकर एक मध्यमवर्गीय परिवार. इस वार से कैसे बच पायेगा.  इंधन सुलभ नहीं तो भोजन कैसे सुलभ हो पायेगा.  प्रभू प्रसन्न होइए! सत्ता का ध्यान खींचिए उनकी ही कही हुई बातों पर ............."आम आदमी की सरकार"   हे दीन दुखियों के पालन हार प्रसन्न होइए! 
"नमस्ते कोण संस्थाय पिंगलाय नमोस्तुते 
नमस्ते विष्णु रूपाय कृष्णाय च नमोस्तुते
नमस्ते रौद्र देहाय नमस्ते कालकायजे
नमस्ते यम संज्ञाय शनैश्चर नमोस्तुते
प्रसीद कुरु देवेश दीनस्य प्रणतस्य च" 
जय जोहार........

5 टिप्‍पणियां:

  1. प्रभु प्रसन्न होईये...हमारी भी यही प्रार्थना है.

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  2. शनि सिंगणापूर में तेल चढाते ही तेल का रेट बढ गया। बताईए शनि महाराज तुरते ही सरकार के मुड़ पर सवार हो गए।

    अब का कहिएगा

    जय जोहार

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  3. जय हो, जय हो !

    शनि महाराज की जय हो. किरपा करबे महराज.

    जय जोहार.

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  4. तेल महंगा है भाई नहलाने के बाद सब्ज़ी बना लेना ।

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