रविवार, 27 सितंबर 2015

गणेशोत्सव की धूम

गणेशोत्सव की धूम

रौनक सड़कों में रहे, मचे पर्व की धूम।
गणपति दर्शन के लिये, लोग रहे हैं घूम।।

आलय बप्पा के लिये, बनते विविध प्रकार।
प्रतिकृति मंदिर की कहीं, बने कंही गुरुद्वार।।

मूषक वाहन साथ में, शोभित चंदा भाल।
विद्युत सज्जा साज से, आलोकित पंडाल।।

देख सुसज्जित झांकियाँ, दृग अपलक रह जाय।
आरति पूजा वंदना, प्रभु संग प्रीत बढ़ाय।।

विनती प्रभु से एक ही, मानें जग परिवार।
विश्व शांति ही लक्ष्य हो, बंद हो अत्याचार।।

विघ्नहर्ता गणनायक गणपति सबकी रक्षा करे, बल बुद्धि विद्या से सबकी झोली भरे,
कोई भी भूखा न रहे.....जय गणेश...

जय जोहार...

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