नगर नागपुर में तैनाती, हम हुए ब्लॉग लेखन से दूर
लगने लगा; थी चार दिन की चटक चांदनी
अब होगी अँधेरी हर रात हुजूर
किन्तु
स्नेह- सामीप्य- सुधा- बरसी
२९ अप्रैल दोपहरी को
अविस्मर्णीय बना वह क्षण
सम्मुख पाया मन हर्षाया
छत्तीसगढ़ "सारस्वत" ब्लॉग रत्न
संग संग छत्तीसगढ़ साहित्य के प्रहरी को
देर आये .......दुरुस्त आये तो नहीं कहूँगा बल्कि देर आये खूब सुस्ताये वाली बात चरितार्थ हो रही है. हिंदी साहित्य निकेतन नई दिल्ली की और से सारस्वत सम्मान हेतु चयनित मेरे सभी आदरणीय व प्रिय ब्लॉगर मित्र गणों सर्व श्री संजीव तिवारी जी , ललित शर्मा जी, जी. के. अवधिया जी, गिरीश पंकज जी अल्पना देशपांडे जी, पाबला जी, शरद कोकास जी आदि सभी को मेरी ओर से हार्दिक बी लेटेड बधाई स्वीकार हो.
जय जोहार ............
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1 टिप्पणी:
हमारी तरफ से भी आपको हार्दिक बी लेटेड बधाई स्वीकार हो.
जय जोहार ............
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