ब्लॉग जगत की लीला है अनुपम अपरम्पार
क्यों हम दांव पेंच में पड़ रहे,
बस, अब नहीं पड़ेंगे,
लिखते रहेंगे, उमड़ते घुमड़ते विचार
क्योंकि.......
शब्द सँवारे बोलिए शब्द के हाथ न पाँव
एक शब्द औषधि करे एक शब्द करे घाव
सुप्रभात व जय जोहार.........
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
@honesty project democracy पुत्र तू कुछ ज्यादा व्याकुल दिखाई पड रहा है क्या पापा जी ने तेरी दुखती रत पर लात रख दी है यदि नहीं तो क्यों बेचैन होकर छटपटाता भटक रहा है पापा जी
जात ना पूछे .................पात ना पूछे ................. ना पूछेगा तेरा धर्मा...........रुब तेरा पूछेगा ओह बन्दे .................क्या था तेरा कर्मा !!
27 टिप्पणियां:
शब्द सँवारे बोलिए शब्द के हाथ न पाँव
एक शब्द औषधि करे एक शब्द करे घाव
....छा गये गुप्ता जी ... आपने दीवाना बना दिया है ... बहुत बहुत बधाई !!!
...डम डम डम डम ...!!!
...बम बम बम बम ...!!!
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
बहुत बढ़िया गुप्ता जी ,लेकिन इन बुरका धारियों का कुछ न कुछ तो करना होगा ,क्योकि ये बुर्के में छिपकर न सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि अपने पापा का अता-पता है नहीं सभी ब्लोगरों का पापा बने घूम रहें हैं ? ऐसे बुरका धारी ब्लॉग जगत ही नहीं सारी इंसानियत के लिए कलंक हैं और मानसिक रोगी हैं ,ये सामने आयें तो इनका इलाज भी किया जा सके लेकिन ये इतने मुर्ख हैं की इनको सिर्फ और सिर्फ मुर्खता ही पसंद है | ऐसे मूर्खों को ये नहीं पता की जिस तरीके को ये अपना रहें हैं ,वैसे तरीकों को छुडवाने का काम करने का महाविद्यालय हम चला रहें हैं,एक संडास के तेल के वार से इनकी दिमागी दुर्बलता दूर की जा सकती है !
सही निर्णय!
bahutahi badhiya sirji...waise bhi pachde me pad kar kuch milta nahi na khud ko na samaaj ko...jay johaar
बने कहत हस दाऊ
हाथी चले बजार कुकुर भोंके हजार्।
लौड़ी(तेंदु के ठेंगा) धरे ला झन भुलाबे
चाब घलो दे थे सारे मन
जय हो
जोहार ले
शब्द सँवारे बोलिए शब्द के हाथ न पाँव
एक शब्द औषधि करे एक शब्द करे घाव
सुप्रभात व जय जोहार.........
nice
@honesty project democracy
पुत्र
तू कुछ ज्यादा व्याकुल दिखाई पड रहा है
क्या पापा जी ने तेरी दुखती रत पर लात रख दी है यदि नहीं तो क्यों बेचैन होकर छटपटाता भटक रहा है
पापा जी
पुत्र
आज तेरी लेखनी हीरे की तरह चमक रही है
बधाई
पापा जी
जात ना पूछे .................पात ना पूछे ................. ना पूछेगा तेरा धर्मा...........रुब तेरा पूछेगा ओह बन्दे .................क्या था तेरा कर्मा !!
घटोत्कछ, मसीहा, कूप कृष्ण,टिपौतीलाल,भूतनी, भूतनाथ और जलजला के बाद पापाजी.. जय हो ब्लागजगत की जय हो।
बढ़िया है!
जय हो!
एकदम बढिया रचना....
वत्स
तुम प्रसन्न ब्लागर हो।
आशीर्वाद
आचार्य जी
सच ! अभी पुरुष में इतनी ताकत नहीं, जो मेरा सामना करे, किसमें है औकात ? http://pulkitpalak.blogspot.com/2010/05/blog-post_31.html मुझे याद किया सर।
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