शेर सिंह की दिल्ली यात्रा सम्पन्न
चले आये मूछों वाले जनाब, कर दिल्ली की सैर
हमने पढ़ा था ब्लोगर्स मीटिंग का समाचार
भले ही शेर सिंह कुछ न बताएं अभी
हम इस निष्कर्ष पर पहुँच रहे हैं
यहाँ दिखने वाले सभी अपने हैं,
हो न किसी का किसी से बैर
प्रतीक्षा कीजिए ............
यात्रा विवरण थोड़ी ही देर में
जय जोहार................
7 टिप्पणियां:
अच्छी भावनात्मक प्रस्तुती /
गुप्ता जी, अच्छा है गुप्त नहीं रख रहे हैं। सूर्य के माफिक किरणें बिखेरने ही वाले हैं।
... शेर सिंह जी किस गुफ़ा में आराम फ़रमा रहे हैं !!
उदय भाई अभी अभी का पोस्ट पढें "मै गोंडवाना मा हँव गा"
वाह सुंदर...
यहाँ बाद में आये!
हा...हा...हा....हा....हू....हू.....हू.....हू.....हे.....हे.....हे.....हो....हो.....हो....गनीमत है कि किसी ने हमें वहां देखा नहीं....हम भी वहीँ रोशनदान में बैठे सबको टुकुर-टुकुर निहार रहे थे....अगर गलती से भी वहां सबके बीच टपक पड़ते तो सारे कार्यक्रम की वाट ही लग जाती....खैर मुबारक हो सबको यह सम्मलेन.....!!!
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