प्रकाश-पर्व दीपावली, जग, जीवन तिमिरारि।
माँ लक्ष्मी तेरे सामने, मागें हाथ पसारि।।
धन धान्य परि पूर्ण करे, होय सत्कर्म की जीत।
बैर-भाव का नाश हो, उमड़े जन जन प्रीत।।
लक्ष्मी चंचल होत है रुकत न रोके जाय।
तनि ठहर ठौर गरीब के, कुटिया दियो सजाय।।
कुटी महल बिच भेद तजि, रंक की रखियो लाज।
दोउ कर जोरे बिनवौं, मात पधारो आज।।
माता लक्ष्मी सदा सहाय करें।।
हमारे पूरे परिवार की ओर से आप सभी मित्रों को दीपावली की अनंत शुभकामनाएं .......
आगे आज देवारी तिहार
जम्मो साथी संगी संगवारी मन
सुमिर के लक्ष्मी दाई ल चिटिकुन
तिहार मनावौ बड़ जोरदार
जय जोहार ..........
4 टिप्पणियां:
मंगलमय हो दीपों का त्यौहार... आपको व आपके समस्त परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.......
गाड़ा गाड़ा बधाई, तकनीकि त्रुटि के कारण विलंब से आने के लिए क्षमा प्रार्थी
@ ललित शर्माजी..आदरणीय! दीपावली की बिलेटेड बधाई स्वीकार करिए ... साथ ही ...
मांग क्षमा करिये नही, शर्मिंदा हमको आप।
मिले नहीं यदि टिप्पणी, कोई नही संताप।
..........जय जोहार
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