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रविवार, 24 अगस्त 2014

पर लगे अनाड़ी

पर लगे अनाड़ी

 क्रिकेट खेल के  बल पर होते कइयों मालामाल.
बात समझ नहि  आवे क्यों ये बाहर होत हलाल.
क्यों बाहर होत हलाल, खुद समझें ये खिलाड़ी
कहलाते हैं शेर पर   लगे अनाड़ी
हों पारंगत बॉलिंग मे चले भी इनका बेट.
भेजें इन्हे अभ्यास को बाहर, भारतीय बोर्ड क्रिकेट...

1 टिप्पणी:

संध्या शर्मा ने कहा…

सही कह रहे हैं आप, खेल को सिर्फ़ खेल भवना से खेलना आवश्यक है। सटीक अभिव्यक्ति