इस ब्लॉग जगत में हमने देखा कि "आनंद" देने वाले बहुत हैं, मसलन टिप्पण्यानन्द, लिखन्न्यानंद वैगरह वैगरह. पर एक बात और समझ में आयी कि भाई डी लिट की उपाधि भी यहाँ मिल सकती है. यदि आप किसी ब्लॉग के अनुसरण करता हैं और बात जमी नहीं, अपने आप को वहां से डीलिट कर दीजिये. हो गए न डी लिट. मैं लम्बी यात्रा से लौटने के बाद देखा कि मेरे ब्लॉग के तो १६ अनुसरण करता थे, १५ हो गए. लगता है शायद किसी को डी लिट की उपाधि यहीं से मिल गयी हो.
10 टिप्पणियां:
वाह गुप्ता जी! यह तो बहुत जोरदार बात कही आपने!
ब्लोगर के संसार की माया अपरम्पार।
डीलिट कर डी लिट भया यह इसका उपहार!!
वाह वाह क्या डी लिट ढ़ूंढा है।
बढिया .. दो तीन दिन पूर्व मेरे ब्लॉग से भी किसी ने डिलीट की उपाधि ली है !!
अच्छा अपने अनुसरनकर्ताओं को जरा मैं भी चेक कर कितने डी लिट हो गए
मुझे नहीं लेनी (करनी) यह उपाधि
(डिलिट)।
हा हा हा हमने भी आज चार पांच ब्लॉग से अनुसरण डिलीट किया है यानी थोक में ही डी लिट की उपाधियाँ मिल गयी
वाह बिना किसी मेहनत के डी लिट होने का बढ़िया तरीका।
हाय मुझे न मिल पाई अब तक डिलिट डिग्री ब्लोग वाली
अजय कुमार झा
कौन है भाई डीलिट की उपाधि पाने वाले उनका नाम तो बताओ ..और कहाँ कहाँ से लेने वाले है पता तो चले ?
koi baat nahin main aaj admission le leta hoon.. de lete fir kabhi dekh lenge.. :)
Jai Hind...
एक टिप्पणी भेजें