नवा साल के जसन
नवा साल आये बर बांचे हवे दुए दिन,
बूड़े हें तइयारी म ओकर जसन मनाये के.
छांटत होहीं, कोनो छांट घलो डरे होहीं,
ठउर ठिकाना अपन झूमे नाचे गाये के.
जाहिर करे बर ख़ुशी मना कउनो नई करे,
रथे डर मनखे के अतलंग मचाये के.
बूड़े हें तइयारी म ओकर जसन मनाये के.
छांटत होहीं, कोनो छांट घलो डरे होहीं,
ठउर ठिकाना अपन झूमे नाचे गाये के.
जाहिर करे बर ख़ुशी मना कउनो नई करे,
रथे डर मनखे के अतलंग मचाये के.
जय जोहार........