हम बुलाये गए थे रायपुर
दोपहर दो बजे थी ब्लॉगर मीटिंग आज
क्या करें सरकारी महकमा है
आ गया था ऐसा विशेष काज
हम दो बजे नहीं, शाम पांच बजे आ पाए,
सब ब्लागरों से भले न हो, कुछ से तो भेंट कर पाए.
खैर, इस बात का हमें खेद है
सॉरी न कहेंगे मांग लेते हैं क्षमा
आस है, अगली मीटिंग में हमारी
नगरी दुर्ग में होंगे सब जमा.
सभी मित्रों को मेरा नमस्कार
शुभ रात्रि, जय जोहार
7 टिप्पणियां:
चलिए, कुछ से तो मुलाकात हुई..उसी का किस्सा सुना डालिये.
कोई बात नहीं. "थोड़ा है पर अच्छा है."
:)
एक चित्र लगाते तो
हम आंखों को भी
मानस की तरह
खुश कर पाते।
बढिया रिपोर्टिंग भैया.
बने फ़ोटो लगा के करतेस रपोटिंग
ता थोकिन हमरो होतिस रपोटिंग।:)
... सुन्दर प्रस्तुति !!!
यह विचार ज़िन्दा रहे काफी है ।
एक टिप्पणी भेजें