आईए मन की गति से उमड़त-घुमड़ते विचारों के दांव-पेंचों की इस नई दुनिया मे आपका स्वागत है-कृपया टिप्पणी करना ना भुलें-आपकी टिप्पणी से हमारा उत्साह बढता है

बुधवार, 24 फ़रवरी 2010

बंगलोर की ह्रदय विदारक घटना

तकनोलोजी व प्रद्योगिकी, ख़ासकर आई टी के क्षेत्र में अग्रसर मशहूर शहर बंगलोर की घटना के बारे में जानकर अत्यंत दुःख होता है कि हम सुरक्षा के उपाय का स्तर क्यों नहीं सुधार पाते अथवा यूँ कहें उपाय के बारे में सोच ही नहीं पाते. अकाल काल के गाल में समां गए लोगों के परिवार वालों के ऊपर क्या बीत रही होगी.  यहाँ बैठ संवेदना ही व्यक्त की जा सकती है. मीडिया सक्रिय है तो इन ख़बरों का पता शीघ्र चल जाता है. इन सब चीजों के लिए मीडिया साधुवाद का पात्र है. 

कोई टिप्पणी नहीं: