च च च........। स्सारे लोगों को लालसा रहती है, हमारी पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों की दुआएं मिले, प्रतिक्रिया मिले. चाहे वह वरिष्ठ हो या कनिष्ठ. इस बात को लिखने के लिए हमें भी उत्साहित किया इस पोस्ट ने "
तिकड़म से ही मिलती हैं टिप्पणि." बात सौ टके सही है जी. सार्थक टिपण्णी करना यह दर्शाता है आप सचमुच उस पोस्ट को कितनी रूचि के साथ गहराई से पढ़ते हैं. और एक बात और यदि ना पसंद है तो क्यों ? यह भी यदि लिख दिया जाय तो बात ही क्या बस ताकीद करने का ढंग एकदम से हथौड़े की मार जैसा न हो. जय जोहार........
3 टिप्पणियां:
सही कहा आपने
तनेजा जी नमस्कार्। आपकी चर्चा ललित भाई से होते रहती है। ईश्वर ने चाहा तो प्रत्यक्ष मुलाकात भी होगी। आप भी हमारे छत्तीसगढ सादर आमन्त्रित हैं ।
बहुत खूब महाराज | जय हो |
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