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रविवार, 30 मई 2010

साप्ताहिक अवकाश रविवार ब्लॉग जगत के पापा जी अवतरित

साप्ताहिक अवकाश रविवार  
ब्लॉग जगत में "  पापा जी " अवतरित हुए हैं  
दो चार ब्लॉग में जा बच्चों को डांट पिलाया है 
वैसे डांट पिलाने के पहले सहलाया है 
अभी तो सहलाया है, बाद में देखेंगे 
कहते हुए देखो कैसे मैंने सबको हिलाया है 
धन्य हैं " पापा जी  "

जिस प्रकार से समाज के लिए, देश के लिए, या कहें विश्व के लिए उत्कृष्ट कार्य के लिए "पद्मश्री" की उपाधि दी जाती है उसी प्रकार ब्लॉगजगत में छद्म नाम से ब्लॉग लेखन में पारंगत लोगों को "छद्म श्री" से भी सम्मानित करने का प्रस्ताव रखा जावे
जय जोहार........  

12 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

दोस्त इ टिप्स ब्लाग ऐसा हि एक पुरस्कार ब्लाग आफ द मंथ जो हर महिने एक ब्लाग को दिया जाता है फिर भी आपका सुझाव नोट करने लायक है
etips-blog.blogspot.com

honesty project democracy ने कहा…

ये बुरका पहनने वालों और अपनी पहचान छुपाने वालों को किसी पुरस्कार की नहीं बल्कि मानसिक इलाज की जरूरत है ,आप खुद सोचिये ये कभी किसी के पापा बन जाते हैं तो कभी पोता ? ये इनकी मानसिक स्थिति को दर्शाता है ,भगवान इनकी रक्षा करें ! आप इन पर पोस्ट ना लिखें गुप्ता साहब यही मेरा आग्रह है अगर हो सके तो इस पोस्ट को भी रद्द कर दें |

Udan Tashtari ने कहा…

दर्शन हुए इनके.

सूर्यकान्त गुप्ता ने कहा…

बिलकुल सही कहा आपने। इस पोस्ट को रद्द कर दिया जावेगा। मुझे आपकी साफगोई इतनी अच्छी लगी और यही चाहता भी हूं अरे कोई तकल्लुफ है तो साफ साफ कहिये पोस्ट लिखने वाले को, क्यों बेकार नेपथ्य मे रहकर बातें करते हैं। कीचड़ फैलाने का काम। आदरणीय यह सन्देश पढने दिया जाय लोगों को कम से कम आज। फिर हटा दिया जावेगा।

कडुवासच ने कहा…

.... सुबह सुबह मुझे भी इन "पापा जी" पे गुस्सा आ गया था ... अभी उनके ब्लाग से आ रहा हूं "नई पोस्ट" लगा कर रखे हैं ... इरादे कुछ नेक ही लग रहे हैं !!!!!

honesty project democracy ने कहा…

आपके इस सार्थक सोच और सहयोग के लिए हम क्या हर सच्चा इन्सान आपका सदा ऋणी रहेगा,क्योकि सार्थकता सिर्फ एक के फायदे के लिए नहीं है बल्कि उनके भी फायदे के लिए है जो इसका कद्र अभी नहीं कर रहें हैं या करना नहीं चाहते ! धन्यवाद आपका ..

कडुवासच ने कहा…

...टिप्पणी प्रकाशन में माडरेशन लगा दिया है .... ठीक है तो लो ... डम डम डम डम .... बम बम बम बम ...!!!!

कडुवासच ने कहा…

... भाई जी ... आप ने माडरेशन क्यों लगा रखा है .... बजने दो बाजा ... डोल बाजे डोल कि डम डम बाजे डोल ...!!!!

सूर्यकान्त गुप्ता ने कहा…

उदय भाई कोई मोडरेट नही है अभी। आपकी बातों को माना है भाई। जय जोहार्……॥

Rajeev Nandan Dwivedi kahdoji ने कहा…

पापा जी की जय-जय !!!

RAJNISH PARIHAR ने कहा…

बिलकुल सही कहा आपने।

राजकुमार सोनी ने कहा…

पापाजी मेरे ब्लाग पर आकर मुझे अभिताभ बोल गए हैं इसलिए मुझे बुरा नहीं लगा। जो कोई भी मुझे अभिताभ बोलता है मुझे अच्छा लगता है क्योंकि इसी बहाने एश्वर्या राय का ससुर और अभिषेक बच्चन का बाप होने का अवसर मिल जाता है।